सोमवार, 22 मार्च 2010

नईबहू

लघुकथा
नई बहु
श्रीमती मन्दाकिनि रांगणेकर

भरेपुरे परिवार मे नई बहु शादी होकर आई तो सभी ने उसका स्वागत किया तथा उसे बताया गया कि परिवार मे बेहद अच्छा वातावरण है और सभी मिलजुल कर रह्ते है. सभी अपना अपना काम करते है तथा काम को लेकर कभी कोई विवाद नही होता है. सभी ने उसे सहयोग का आश्वासन दिया और आशा व्यक्त की कि ऐसा ही वातावरण बना रहेगा. नई बहु ने अपने स्वागत के लिये धन्यवाद दिया और कहा कि वह ऐसे स्वस्थ वातावरण मे आकर अभिभुत है तथा वह नही चाहती कि उसके आने से किसी के कार्य अथवा दिनचर्या मे किसी तरह का व्यवधान आये, इसलिये वह किसी के कार्य मे हस्तक्शेप नही करेगी और सभी सदस्य अपना अपना काम, जो वे अब तक करते रहे है, खुशी खुशी करते रहे. ज़ो सदस्य अब तक खाना पकाता था वह खाना पकाता रहे, जो घर की सफाई करता था वह अपना सफाई कार्य जारी रखे. इसी तरह कपडे धोने तथा बरतन साफ करने का काम जिसके जिम्मे है वह आराम से करता रह सकता है. मै किसी को डिस्ट्अर्ब नही करुंगी. और घर का वातावरण इसी तरह सौहार्दपुर्ण बनाए रखने मे पुरा सहयोग करुंगी.

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